Sachin Tendulkar Biography

 Nitu Agrawal            April 29, 2020 2:16 pm

सचिन तेंदुलकर जी की जीवनी एक नजर में – Sachin Tendulkar

पूरा नाम (Name) सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)
जन्म (Birthday) 24 अप्रैल, 1973, मुंबई
पिता (Father Name) रमेश तेंदुलकर
माता (Mother Name) रजनी तेंदुलकर
पत्नी (Wife Name) अंजली तेंदुलकर
बच्चे (Children Name) अर्जुन तेंदुलकर, सारा

14 अप्रैल 1973 को मुम्बई में Sachin Tendulkar का जन्म हुआ. उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर है और वह मराठी के प्रोफेशर थे और उन्हें किताबे लिखना उनका शौक था .उनके एक बढे भाई अजित तेंदुलकर और एक बहन सबिताऐ है सचिन तीनो भाई बहनो में सबसे छोटे हैं .
5 साल के सचिन का एक ही शौक था Cricket , Cricket  और सिर्फ Cricket  . 5 साल की उम्र में ही सचिन अपने से बड़ो बच्चो के साथ क्रिकेट खेलते और खूब छक्के लगाते . इसे देखकर उनके बड़े भाई अजीत आश्चर्य में आ जाते .1984 में अजित 11 साल की उम्र में सचिन को लेकर महाराष्ट्या के रमाकांत अचरेकर के पास गए .उसी दिन से सचिन की आँखों में क्रिकेटर बनने का ख्याब पलने लगा . और उसी दिन घर लौटते समय सचिन ने अपने भाई से कहा मैं बाकि लोगो से अच्छा खेल सकता हु . यह था 11 साल के सचिन का आत्मविश्वास.
रमाकांत आचरेकन ने सचिन को तराशना शुरू कर दिया . पर रमाकांत आचरेकन को सचिन की Bat पकड़ने के तरीके से तोड़ी दिक्कत थी उन्हें लगता था इस तरह से bat पकड़कर अच्छा शॉट नहीं खेला जा सकता . तो उन्होंने सचिन की bat पकड़ने के तरीके में बदलाब किया पर सचिन उसके साथ comfortable  नहीं थे और उन्होंने रमाकांत आचरेकन से request की , की मुझे वैसे ही bat पकड़ने दिया जाये , आज भी सचिन Bottom से ही bat पकड़ते हैं . और उन्हें यह आदत पढ़ी थी बचपन में छोटे सचिन  बड़े भाई के bat से क्रिकेट खेलते और उनके छोटे छोटे हाथो से बड़ा bat पकड़ने में उन्हें दिक्कत होती इसलिए वह उसे नीचे से पकड़ते |

नन्हे Sachin Tendulkar अपने खेल का हर रिकॉर्ड अपनी dairy में लिखते . एक गुरु ही अपने शिष्य को समझ सकता है . रमाकांत आचरेकन ने सचिन की क्षमता को और निखारने की एक तरकीब निकाली . रमाकांत आचरेकन रोज़ 1 रुपए का सिक्का रखते और कहते जो सचिन को आउट करेगा उसे 1 रुपए का सिक्का दिया जाएगा , पर सचिन को कोई आउट ही नहीं कर पाता . और वह एक रुपए का सिक्का सचिन ही लेकर जाते . जब सचिन 14 साल के थे तब अपने समय के महानक्रिकेटर सुनील गावस्कर ने सचिन को अपने लाइट pad दिए जिसने सचिन को क्रिकेट में अच्छा प्रदशन करने को और encourage किया . और २० साल बाद इसी सचिन ने सुनील गावस्कर के टेस्ट मैच में 34 centuries के रिकॉर्ड को तोड़ा .
15 साल की उम्र Sachin Tendulkar का मुंबई टीम में selection हुआ ।1988  में सचिन ने गुजरात के  against 100 रन की नवाद पारी खेली . और इसी साल सचिन ने दुलीप ट्रॉफी  , ईरानी  ट्रॉफी , रणजी  ट्रॉफी  में  लगातार शतक लगाया और ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए .
और 16 साल की उम्र में 1989 में कराची में सचिन ने Indian Cricket team की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेला. और 15 रन बनाकर सचिन आउट हो गए . और इसी सीरीज में पेशावर में सचिन के नाक पर गेंद लगने की वजह से चोट लगी पर सचिन रुके नहीं और पूरा  मैच खेला और 54 रन बनाये .
1990 में इंग्लड में पहली Century मारी . और इंग्लैंड में सचिन की पारी   को देखकर सचिन की तुलना महान खिलाड़ियों में की जाने लगी . 1991-1992 के ऑस्ट्रेलिया टूर में सचिन ने 148 रन बनाये . और 1994 में इंडियन टीम में ओपनर की जगह ले चुके थे. .25 मई 1995 में सचिन ने अंजलि तेंदुलकर से शादी की .
2003 में Cricket World कप में सचिन ने 11 Match में 673 रन बनाये जिससे इंडिया फाइनल तक पहुच गयी पर ऑस्ट्रेलिया से हार गयी . पर सचिन को मन ऑफ़  Man of the Tournament award दिया गया .पर 2005-2006  में  सचिन को टेनिस एल्बो की शिकायत हो गयी . फिर माना जाने लगा सचिन अब क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे . पर अपने कठिन समय से निकलते हुए सचिन ने २००७ में इंडियन क्रिकेट टीम में वापसी की और 11,000 test runs पुरे किये. Border-Gavaskar ट्रॉफी में , 2007–08, 4 टेस्ट मैच में 493 रन बनाये .Sachin ने एक बार फिर  2011 World Cup में बहुत उम्दा प्रदर्शन किया और 482 रन्स बनाये जिसमे  दो  centuries भी थी . इंडिया ने श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीत और यह सचिन का पहला वर्ल्ड कप था .

वर्ल्ड रिकॉर्ड :

1) मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ १०० वाँ शतक किया।
2) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने।
3) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा (१८००० से अधिक) रन बनाये।
4) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा ४९ शतक किये।
5) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय विश्व कप मुक़ाबलों में सबसे ज्यादा रन।
6) सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा (51) शतक
7) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ५ नवम्बर २००९ को १७५ रन की पारी मे एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में १७ हजार रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बने।
8) सचिन तेंदुलकर का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रनों का कीर्तिमान।
9) टेस्ट क्रिकेट १३००० रन बनने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर।
10) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज।
11) एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच।
12) अन्तर्राष्ट्रीय मुक़ाबलो में सबसे ज्यादा ३०००० रन बनाने का कीर्तिमान।

रोचक तथ्य :

• बचपन में सचिन  fast bowler बनना चाहते थे
• सचिन  1987 में India और  Zimbabwe के बीच होने वाले मैच में ball boy बने .
• सचिन में एक मैच में पाकिस्तान के किये फील्डिंग की. हाँ आपने बिलकुल सही सुना सचिन ने एक दिन प्रैक्टिस मैच में १९८८ में Brabourne Stadium में पाकिस्तान के लिए फील्डिंग की .
• पाकिस्तान में अपने पहले मैच में सचिन ने सुनील गावस्कर से मिले हुए Pad पहने .
• सचिन सीधे हाथ से खेलते हैं पर लिखने के लिए उलटे हाथ का उपयोग करते हैं.
• सचिन को  Rajiv Gandhi Khel Ratna, Arjuna Award and Padma श्री और भारत  रत्न अवार्ड्स मिले हैं.
• सचिन को सोते में चलने और बोलने की आदत है .
• सचिन को 1990 में champagne की बोतल मिले भी मिली जब उन्होंने मन ऑफ़ थे मैच मिला . पर उन्हें उसे खोलने की अनुमति नहीं थी क्योकि उनकी उम्र 18 साल से कम थी

पुरूस्कार :

• 1994    – अर्जुन पुरस्कार, खेल में उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा
• 1997-98 – राजीव गांधी खेल रत्न, खेल में उपलब्धि के लिए दिए गए भारत के सर्वोच्च सम्मान
• 1999     – पद्मश्री, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
• 2001     – महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
• 2008     – पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
• 2014     – भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

सचिन तेंदुलकर जी का क्रिकेट की दुनिया में आगमन

जब सचिन जी महज 11 साल के थे, तभी उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था। वहीं शिवाजी पार्क में जब सचिन अपने गुरु रमाकांत आचरेकर जी के मार्गदर्शन में क्रिकेट की प्रैक्टिस करते थे तो उनके कोच स्टंप पर एक रुपए का सिक्का रख देते थे।

और कहते थे कि जो भी गेंदबाज सचिन को आउट करेगा तो ये सिक्का उसका हो जाएगा और अगर कोई गेंदबाज ऐसा करने में असमर्थ रहा तो ये सिक्का सचिन का होगा और इस तरह कड़ी मेहनत और लगन से सचिन ने अपने क्रिकेट के अभ्यास के दौरान करीब 13 सिक्के जीते थे, जो कि आज भी उन्होंने काफी संजो कर रखे हैं, ये सिक्के उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

सचिन के क्रिकेट खेलने के हुनर से प्रभावित रमाकांत आचरेकर जी, स्कूल के अलावा भी उन्हें अतिरिक्त समय में क्रिकेट की ट्रेनिंग देते थे। वहीं सचिन भी अपनी गुरु की बातों को गंभीरता से लेकर कड़ी मेहनत से प्रैक्टिस करते थे।

वहीं सचिन तेंदुलकर के नाम पार्टनरशिप का बेहतरीन रिकॉर्ड भी दर्ज है, जो कि उन्होंने शारदाश्रम विद्या मंदिर  में विनोद कांबली के साथ मिलकर 664 रन बनाकर बनाया था, जिसमें से 329 रन उन्होंने खुद बनाए थे।

वहीं अपनी क्रिकेट खेल प्रतिभा के चलते वे स्कूल के दिनों में ही काफी लोकप्रिय हो गए थे और फिर बाद में सचिन और विनोद कांबली काफी अच्छे दोस्त भी बन गए थे। वहीं आपको बता दें कि सचिन का क्रिकेट के प्रति रुझान देखते हुए उनकी बहन सविता ने उन्हें पहला बल्ला गिफ्ट में दिया था।

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जी के बारे में यह भी कहा जाता है कि वे अपने क्रिकेट के शुरुआती दिनों में एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन जब वे एम.आर.एफ पेस फाउंडेशन  के पास गए तो वहां के कोच श्री डेनिस लिली ने उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए कहा और फिर बाद में वे विश्व के सबसे श्रेष्ठतम बल्लेबाज के रुप में उभरे।

सचिन तेन्दुलकर जी से जुड़ी कुछ रोचक और महत्वपूर्ण तथ्य

  • अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने एवं लगातार 185 वन डे मैच खेलने के साथ विदेशी सरजमीं पर में टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा 8705 रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम हैं।
  • इसके अलावा मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम 90 अलग-अलग मैदानों में खेलने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।
  • सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर जी ने मशहूर संगीतकार सचिन देव वर्मन के नाम पर उनका नाम सचिन रखा था।
  • वे भारतीय संसद में राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वे पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिनकी लंदन के मैडम तुसाद म्यूजियम में एक मोम की प्रतिमा स्थापित की गई है।
  • सचिन तेंदुलकर अपने लैफ्ट हैंड से लिखते है, जबकि गेंदबाजी और बल्लेबाजी वे अपने राइट हैंड से करते हैं।
  • सचिन तेंदुलकर को नींद में चलने और बोलने की अजीब बीमारी है।
  • सचिन तेंदुलकर गणेश चतुर्थी के पर्व को साल का सबसे अहम दिन मानते हैं।
  • साल 2003 में सचिन तेंदुलकर जी ने बॉलीवुड फिल्म ”स्टम्पड” में बेहतरीन अभिनय किया था।

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